Amla Khane ke Fayde | आंवला खाने के फायदे, गुण, लाभ | Benefits of Amla

Amla Khane ke Fayde: आंवला प्रकृति का एक ऐसा वरदान जिसके विषय में ज्यादातर लोगो को जानकारी नहीं है। जानकारी से मतलब इसके औषधीय गुणों के बारे में जानकारी से हैं। अधिकतर लोग आंवले का सेवन बालों को काला, घना बनाने के लिए करते है, जिन्हे यह नहीं मालूम होता की यह केवल बालों की ही नहीं बल्कि शरीर की कई अन्य दिक़्क़तों को भी दूर भगाने में मददगार है।

आंवला अपने एंटीऑक्सीडेंट्स के कारण सौंदर्य प्रसाधनों में अधिक उपयोग किया जाता हैं, साथ ही यह बेहद पौष्टिक होता है। आयुर्वेद में इसे वरदान माना जाता हैं जहाँ इसका इस्तेमाल त्वचा और बालों के स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए किया जाता है। इस पोस्ट में आप जानेंगे की आंवला और किस प्रकार से हमारे लिए फ़ायदेमंद है।

आंवले का स्वाद थोड़ा कसैला होता हैं लेकिन हमारी त्वचा और बालों के लिए बेहद फायदेमंद भी होता हैं। न्यूट्रिशन की बात करें तो आंवले में विटामिन सी, आयरन, पोटैशियम, कैल्शियम और फ्लेवोनॉयड्स आदि होता है। इसमें भरपूर मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट भी होते हैं। कच्चा खाने के अलावा आमतौर पर घरों में अचार, चटनी, मुरब्बे के रूप में भी इसे खाया जाता हैं।

आंवले का विभिन्न भाषाओं में नाम (Name of Amla in Different Languages)

Phyllanthus emblica L. (पांईलैन्थस एम्बलिका) Syn-Emblicaofficinalis Gaertn आं‍वला का वानस्पतिक नाम (Scientific name of Amla) हैं। यह Euphorbiaceae (यूफॉर्बियेसी) कुल से है। आंवला का अंग्रेजी नाम Emblicmyrobalan tree (एम्बलिक मायरोबालान ट्री) है। आंवला विश्व भर में अलग-अलग नामों से जाना जाता है, जो निचे दिए गए हैंः-

  • Name of Amla in Hindi- आमला, आँवला, आंवरा, आंबला औरा;
  • Name of Amla in English- इण्डियन गूजबेरी (Indian gooseberry);
  • Name of Amla in Gujarati- आमला (Amla), आमली (Amli);
  • Name of Amla in Urdu- आँवला (Anwala);
  • Name of Amla in Punjabi- आमला (Amla);
  • Name of Amla in Kannada- नेल्लि (Nelli), नेल्लिकाय (Nellikai);
  • Name of Amla in Oriya- औंला (Onola);
  • Name of Amla in Tamil- नेल्लिमार (Nellimaram);
  • Name of Amla in Assamese- अमला (Amla), आमलुकी (Amluki);
  • Name of Amla in Malayalam- नेल्लिका (Nellikka), नेल्लिमारम (Nellimaram)
  • Name of Amla in Telugu- उसरिकाय (Usirikai);
  • Name of Amla in Marathi- आँवले (Anwale), आवलकाठी (Aawalkathi);
  • Name of Amla in Bengali- आमला (Amla), आमलकी (Amlaki);
  • Name of Amla in Arabic- आमलज्ज (Amlajj);
  • Name of Amla in Nepali- अमला (Amla);
  • Name of Amla in Persian- आमलह (Amlah), आम्लाझ (Amlazh) कहते हैं।

आंवले के लाभ | Benefits of Amla

आंवले का उपयोग आयुर्वेद में व्यापक रूप से किया जाता हैं, विभिन्न प्रकार की बिमारियों में इसका उपयोग औषधि के रूप में किया जाता हैं। आंवले में विटामिन सी के साथ ही कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन, कैरोटीन और विटामिन बी कॉम्प्लेक्स जैसे विटामिन प्रचुर मात्रा में होते हैं। औषधीय रूप में आंवले का सेवन करने से निम्न स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं:

आंवले के सेवन से बालों की समस्या में फायदे (Amla Benefits in Shiny and Black Hair in Hindi)

बूढ़ा हो या जवान इन दिनों हर उम्र के लोग बालों की समस्या से जूझ रहे हैं। कम उम्र में ही बालों के सफ़ेद हो जाने की समस्या आम हो चुकी हैं। हालाँकि बालों की समस्या से छुटकारा पाने में आंवला आपके लिए रामबाण साबित हो सकता हैं। अपने सफ़ेद बालों को काला करने के लिए आप आंवले के मिश्रण के लेप का उपयोग कर सकते हैं।

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आंवला खाने के फायदे (Amla Khane ke Fayde) तो हैं ही लेकिन अगर आप 30 ग्राम सूखे आंवला, 50 ग्राम आम की गुठली की गिरी, 10 से 15 ग्राम बहेड़ाऔर 10 ग्राम लौह भस्म लें। इन सब को कढ़ाई में रात भर भिगोकर रखे। लोहे की कढ़ाई में भिगोकर बनाए गए इस लेप को बालों पर लगाएं और चमत्कार देखें।

अमला से मोतियाबिंद में फायदे (Benefits of Amla in Cataract in Hindi)

बढ़ती उम्र के साथ आमतौर पर काफी लोगों में मोतियाबिंद की समस्या देखने को मिलती हैं। ऐसे में अगर आंवला (Indian gooseberry) के साथ रसांजन, मधु और घी के मिश्रण को आँखों में लगाने से मोतियाबिंद में काफी फायदा मिलता हैं।

आंखों की बीमारी में आंवला के काफी ज्यादा फायदे (Benefits of Amla to Treat Eye Diseases) हैं। आँखों में दर्द से राहत के लिए आप आंवले के 1-2 बूंद रस को आँख में डाल सकते हैं। आंखों के रोग में आंवले के बीज को घिसकर लगाने से भी काफी फायदा होता हैं।

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इम्युनिटी बढ़ाता है

आंवला में भरपूर मात्रा में विटामिन-सी होता हैं साथ ही इसमें एंटी-इंफ्लामेटरी गुण भी होते हैं। इस कारण आंवला इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाने में काफी मदद करता है। आंवले में भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट्स होने के कारण ऑक्सीडेटिव डैमेज को कम करता हैं जिससे इम्युनिटी बढ़ाने में मदद मिलती है।

कब्ज में आंवला के फायदे (Amla to Relieves Constipation in Hindi)

वर्तमान समय में गलत खान-पान एवं व्यस्त जीवनशैली में कब्ज एक आम समस्या बन चुकी हैं। कब्ज से राहत के लिए गुनगुने पानी के साथ एक चम्मच त्रिफला चूर्ण को लेने से लाभ मिलता हैं।

डायबिटीज में आंवला के फायदे (Diabetes me Amla Khane ke Fayde)

आज के समय में हर चौथा व्यक्ति डायबिटीज से ग्रस्त हैं, जिसका बड़ा कारण हमारी जीवनशैली एवं खान पान हैं। मधुमेह से निपटने के लिए आंवला, हरड़, बहेड़ा, नागरमोथा, दारुहल्दी एवं देवदारु का पाउडर बनाकर 10-20 मिली की मात्रा में डायबिटीज के रोगी को पानी के साथ पिलाने से लाभ मिलता है।

बॉडी डिटॉक्स

आंवला बॉडी डिटॉक्स करने में मदद करता है। यह शरीर में इकट्ठा गंदगी को साफ करने में मदद मिलती है और स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है।

ब्लड शुगर कंट्रोल होता है

आंवला ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसमें फाइबर होता है, जो ब्लड शुगर लेवल बढ़ने से रोकता है। साथ ही, इसका ग्लाइसिमिक इंडेक्स भी कम होता है, जिससे इसे खाने से ब्लड शुगर लेवल नहीं बढ़ता और डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।

स्किन के लिए फायदेमंंद

आंवला में एंटी-ऑक्सीडेंट्स और विटामिन-सी स्किन के लिए फायदेमंद होते हैं। इनसे स्किन के डार्क स्पॉट्स कम होते हैं और त्वचा ग्लोइंग नजर आती है।

दिल को हेल्दी रखता है

आंवला खाने से दिल से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं। यह कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करता है और ब्लड प्रेशर भी नियंत्रित करने में मदद करता है। इससे दिल बेहतर काम करता है और दिल की बीमारियां, जैसे एथिरोस्कलेरोसिस का खतरा कम होता है।

नाक से खून बहने की समस्या में फायदेमंद आंवला (Amla Benefits to Get Relieve from Epistaxis)

नाक से खून बहने की समस्या अनेक कारणों से हो सकती है। इसमें आंवला फायदेमंद होता है। जामुन, आम तथा आंवले को कांजी आदि के साथ बारीक पीस लें। इसे मस्तक पर लेप करने से नकसीर (नाक से खून बहने की समस्या) में लाभ होता है।

गले की खराश में आंवला के फायदे (Benefits of Amla for Sore Throat in Hindi)

जब भी मौसम बदलता है तो आमतौर पर गले में खराश की परेशानी होने लगती है। ऐसे में आमला चूर्ण काफी फायदेमंद है। अजमोदा, हल्दी, आंवला, यवक्षार तथा चित्रक को समान मात्रा में मिला लें। 1 से 2 ग्राम आमला चूर्ण को 2 चम्मच मधु तथा 1 चम्मच घी के साथ चाटें। इससे गले की खराश दूर होती है।

अपच में लाभकारी आंवला (Benefits of Amla for Indigestion in Hindi)

कई बार असमय खाने या कुछ भी गलत खा लेने पर अपच या इंडाइजेशन हो जाता है। इसके लिए आंवला को पका लें। इसमें उचित मात्रा में काली मिर्च, सोंठ, सेंधा नमक, भूना जीरा और हींग मिला लें। इसे छाया में सुखाकर सेवन करने से भूख लगती है, तथा कब्ज और अपच जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।

आईबीएस (संग्रहणी) रोग से दिलाये राहत आंवला (Benefits of Amla for IBS Disease in Hindi)

संग्रहणी रोग में बार-बार दस्त होता है। ये अक्सर खान-पान में बदलाव होने पर होता है। मेथी-दाना के साथ आंवले के पत्तों को मिलाकर काढ़ा बना लें। दिन में दो बार 10 से 20 मिली पीने से संग्रहणी रोग में लाभ होता है।

दस्त में आंवला के फायदे (Amla to Fight Diarrhoea in Hindi)

10-12 ग्राम आंवले के कोमल पत्तों को पीसकर, छाछ के साथ रोज सुबह-शाम सेवन करें। इससे दस्त में लाभ होता है।

प्रवाहिका में आंवला के फायदे (Amla Benefits in Dysentery in Hindi)

मल के साथ खून आने लगता है तो यह स्थिति शरीर के लिए गंभीर हो जाती है। 10-20 मिली आंवले के रस (amla juice benefits) में 10 ग्राम शहद और 5 ग्राम घी मिला लें। इसे पिएं, और इसके बाद 100 मिली बकरी का दूध पी लें। ऐसा दिन में तीन बार करें। पेचिश में लाभ होता है।

उल्टी से दिलाये राहत आंवला( Amla to Get Relieve from Vomiting in Hindi)

10-20 मिली आंवला के रस (patanjali amla juice) में 5-10 ग्राम मिश्री मिलाकर सेवन करें। इससे हिचकी और उल्टी बंद हो जाती है।

5-10 ग्राम आंवला के चूर्ण (amla powder) को पानी के साथ पीने से भी उल्टी में फायदा होता है।

एसिडिटी में आंवला या अमला के फायदे (Amla Benefits in Hyperacidity in Hindi)

अम्लपित्त या हाइपरएसिडिटी आजकल आम समस्या बन गई है। बच्चों से लेकर बूढ़े, किसी को भी यह समस्या हो सकती है। आंवले (Indian gooseberry) के 10 ग्राम बीजों को रात भर जल में भिगोकर रखें। अगले दिन गाय के दूध में बीजों को पीस लें। इसे 250 मिली गाय के दूध के साथ सेवन करें। इससे एसिडिटी में लाभ होता है।

बवासीर में आंवला के लाभ ( Amla to Get Relieve from Piles in Hindi)

अर्श यानि बवासीर कब्ज के कारण होने वाली बीमारी है। अक्सर जो लोग मसालेदार खाना खाते हैं उनको ये समस्या होती है। इसके लिए आंवला का उपयोग लाभ पहुंचाता है।

–आँवलों को अच्छी तरह पीसकर एक मिट्टी के बरतन में (अन्दर की तरफ) लेप कर देना चाहिए। रोगी को इस बरतन में छाछ रखकर पीना चाहिए। इससे बवासीर में लाभ होता है

-बवासीर में अधिक रक्तस्राव होता हो तो 3-8 ग्राम आंवला चूर्ण को दही की मलाई के साथ सेवन करें। ऐसा दिन में दो-तीन बार करें।

खुजली से दिलाये राहत आंवला (Amla Benefits to Get Relief from Itching in Hindi)

आंवले की गुठली को जलाकर भस्म बना लें। इसमें नारियल तेल मिला ले। इसे गीली या सूखी किसी भी प्रकार की खुजली पर लगाने से लाभ होता है। [Go to: Benefits of Amla]

त्वचा रोग में फायदेमंद आंवला (Amla for Skin Disease in Hindi)

नीम का पत्ता तथा आंवले को घी के साथ सेवन करें। इससे फोड़े, चोट संबंधी परेशानी, पित्त की समस्या, खुजली आदि में लाभ होता है। [Go to: Benefits of Amla]]

पीलिया में लाभकारी आंवला (Amla Benefits in Jaundice in Hindi)

कामला को पीलिया भी कहते हैं। पीलिया होने पर त्वचा का रंग पीला हो जाता है और शुरुआती स्थिति में इलाज नहीं होने पर यह गंभीर हो सकता है।

–आंवले की चटनी बनाकर उसमें शहद मिला लें। इसका सेवन करने से लिवर विकार और पीलिया (amla ke fayde) में लाभ होता है।

-125-250 मिग्रा लौह भस्म के साथ 1-2 नग आंवले के चूर्ण का सेवन करने से पीलिया और एनीमिया में लाभ होता है।

कुष्ठ रोग में आंवला के फायदे (Amla Benefits in Leprosy in Hindi)

आंवला और नीम के पत्ते को समान मात्रा में लेकर महीन चूर्ण बना लें। इसकी 2 से 6 ग्राम या 10 ग्राम तक रोज सबुह शहद के साथ चाटें। इससे कुष्ठ की गंभीर बीमारी में भी तुरंत लाभ होता है।

धातु रोग में आंवला के फायदे (Benefits of Amla in Spermatorrhoea in Hindi)

आंवले के गुठली रहित 10 ग्राम चूर्ण को धूप में सुखा लें। इसमें दोगुनी मिश्री मिला लें। इसे ताजे जल के साथ 15 दिन तक लगातार सेवन करें। इससे स्वप्नदोष, शुक्रमेह (spermatorrhoea) आदि रोगों में निश्चित रूप से लाभ मिलता है। [Go to: Benefits of Amla]

सुजाक में आंवला के फायदे (Benefits of Amla in Gonorrhea in Hindi)

सुजाक या गोनोरिया यौन संक्रमित रोग (एसटीडी) है। इस बीमारी में लिंग के अंदर घाव हो जाता है जिससे पस निकलता है। इसके लिए 2-5 ग्राम आंवला के चूर्ण को एक गिलास जल में मिला लें। इसे पिलाएं, और इसी जल से लिंग को धोएं। इससे सूजन और जलन शान्त होती है। इससे धीरे-धीरे घाव ठीक होता है और पीव आना बन्द हो जाता है।

गठिया के दर्द से दिलाये राहत आंवला (Amla Benefits to Get Relief from Arthritis in Hindi)

गठिया में जोड़ों में दर्द और सूजन हो जाता है। इस परेशानी से सबसे ज्यादा बड़े-बूढ़े ग्रस्त होते हैं। इसमें 20 ग्राम सूखे आंवले और 20 ग्राम गुड़ लें। इसे 500 मिली पानी में उबाल लें। 250 मिली पानी शेष रहने पर छानकर सुबह शाम पिएं। इससे गठिया में लाभ होता है। इस दौरान नमक का सेवन ना करें।

बुखार में आंवला के फायदे (Amla Benefits to Get Relief from Fever in Hindi)

मोथा, इद्रजौ, हरड, बहेड़ा, आंवला, कुटकी तथा फालसा का काढ़ा बना लें। इसे 10-30 मिली मात्रा में पिएं। इससे कफ दोष के कारण होने वाले बुखार में लाभ होता है।

हिचकी से आराम दिलाये आंवला (Uses of Amla for Hiccup in Hindi)

हिचकी की परेशानी को ठीक करने के लिए पीपल, आंवला तथा सोंठ के 2-2 ग्राम चूर्ण में 10 ग्राम खांड तथा 1 चम्मच मधु मिला लें। इसे थोड़ी-थोड़ी देर में चाटने से हिचकी तथा दमा में लाभ होता है।

10-20 मिली आंवला रस तथा 2-3 ग्राम पीपल के पत्ते के चूर्ण में 2 चम्मच शहद मिला लें। दिन में दो बार सेवन करने से हिचकी में लाभ होता है।

गले में खराश के लिए आंवला के फायदे (Amla Benefits in Sore Throat in Hindi)

गले में खराश होने पर आंवले का उपयोग आपको फायदा पंहुचा सकता है।आंवला में लवण रस को छोड़ कर सभी पांच रस (मधुर-अम्ल -कटु -तिक्त -कषाय) होते है। अतः इसके मधुर और कषाय रस के कारण ये गले की खराश को कम करने में सहायता करता है। अगर गले में खराश सूजन के कारण है तो इसका शीत गुण और मधुर शोथ या सूजन को कम कर गले को आराम देता है।

बढ़ती उम्र के प्रभाव को रोकने के लिए आमला के फायदे (Amla Beneficial to Control the Effect of Ageing in Hindi)

बढ़ती उम्र के प्रभाव को आंवला के सेवन के रोका जा सकता है। आयुर्वेद के अनुसार आंवला को रसायन माना गया है। यहाँ पर रसायन को मतलब जिसके सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है। रसायन के सेवन से शरीर में होने वाले डिजेनरेटिव को रोकने में सहायता मिलती है जिससे बढ़ती उम्र के लक्षण कम होने लगते है।

हड्डियों को मज़बूत बनाने में आमला के फायदे (Benefit of Amla for Strong Bones in Hindi)

आंवला रसायन होने के के कारण सभी शरीर की सभी धातुओं को पोषण देता है। अतः यह अस्थि धातु को भी पोषण देकर हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है।

खून साफ करने में आमला फायदेमंद (Amla Beneficial in Blood Purification in Hindi)

आंवला का सेवन खून को साफ करने में सहायता करता है। अतः आंवला जूस खून के अशुद्ध से होने वाले रोगों से राहत दिलाने में फायदेमंद होता है।

कैंसर से बचने के लिए आंवले का उपयोग (Use of Amla to Prevent Cancer in Hindi)

आंवले का सेवन कैंसर को फैलने रोकने में भी सहायक होता है, क्योंकि इसमें कैंसर रोधी तत्व पाये जाते हैं। आयुर्वेद के अनुसार भी आंवला रसायन होता है यानि रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने बढ़ाता है अतः ये कैंसर को रोकने में मदद करता है।

दिमाग को तेज़ करने में आंवले का उपयोग (Amla Beneficial to Boost Memory in Hindi)

आंवला का उपयोग दिमाग की क्रियाशीलता बढ़ाने में सहायक होता है। आंवला में पाये जाने वाला रसायन गुण दिमाग को तेज करने में मदद करता हैं।

दांतों के लिए आंवला का उपयोग (Use of Amla for Teeth in Hindi)

आंवला की पत्तियां और फल दोनों ही मुँह से संबंधित रोगों में फ़ायदेमंद होते है। आंवला की पत्तियों का प्रयोग दांतो की मजबूती के लिए किया जाता है साथ हि फल का प्रयोग मसूड़ो यानि गम्स से संवंधी रोगों में फायदेमंद होता है।

हृदय को स्वस्थ रखने में आंवले के फायदे (Amla Beneficial for Healthy Heart in Hindi)

आंवला का सेवन हृदय को स्वस्थ रखने में सहायक होता है, क्योंकि आंवले का सेवन कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायता करता है साथ ही आंवले में पाये जाने वाला विटामिन-सी रक्तवाहिनी को संकुचित होने से रोकता जिसे रक्त का दबाब भी सामान्य रहता है।

नसों की कमज़ोरी दूर करने में आंवले का उपयोग (Use of Amla to Boost Nerve Weakness in Hindi)

आंवले का उपयोग नसों की कमज़ोरी दूर करने में सहायक होता है, क्योंकि आँवले में रसायन का गुण पाया जाता है। रसायन का गुण नसों में समय साथ हो रहे परिवर्तनों यानि डिजेनरेटिशन को नियंत्रित कर कमजोरी दूर करता है।

आंवला कहां पाया या उगाया जाता है (Where is Amla Found or Grown)

आंवले के वृक्ष (amla plant) की पत्तियां इमली की पत्तियां जैसे ही होती हैं, लेकिन इसकी पत्तियां इमली से कुछ बड़ी होती हैं। आंवला (Indian gooseberry) बाग-बगीचों से लेकर जंगलों में पाया जाता है। बाग-बगीचों में आंवले के जो पौधे होते हैं उनमें जो फल आते हैं, वे जंगल में पैदा होने वाले फल की तुलना में बड़े होते हैं। ये समुद्र तल से 1300 मीटर की ऊंचाई पर भी पाया जाता है।

आंवले की खुराक (Dosage of Amla)

आमतौर पर आप आंवले का सेवन कई तरह से कर सकते हैं। आंवले का कच्चा फल, आमला जूस, आमला चूर्ण, आमला कैंडी या आंवले का मुरब्बा बनाकर इसका सेवन किया जा सकता है। इस लेख में ऊपर यह बताया गया है कि कौन सी बीमारी में कितनी मात्रा में आंवले का सेवन करना चाहिए।

यहां यह बात ध्यान रखिये कि बहुत अधिक मात्रा में आंवले का सेवन करने से आंवला के नुकसान हो सकते हैं। इसलिए अगर आप किसी बीमारी के घरेलू उपाय के लिए आंवले का सेवन करना चाहते हैं तो बेहतर होगा कि किसी आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से सलाह लेकर सेवन करें।

आंवला से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ Related to Amla in Hindi)

1- आंवला के सेवन से क्या नुकसान होता है?
सामान्य तौर पर आंवले से शरीर पर किसी भी प्रकार का दुष्प्रभाव नहीं पड़ता हैं , परन्तु इसकी तासीर शीत होती हैं जिस कारण सर्दी में फल रूप में इसका प्रयोग करने से बचना चाहिए।

2- आंवले की तासीर क्या है?
आंवले की तासीर शीत यानि ठंडी होती है इस कारण इसके सेवन से शरीर शीतल होता है। आयुर्वेद के अनुसार आंवले में लवण रस को छोड़ पांचों रस पाए जाते हैं, जिसमें अम्ल और कषाय प्रधान होता है।

3- क्या आंवला खाने से इम्यूनिटी बढ़ती है?
आयुर्वेद के अनुसार आंवला शरीर की रोगों से लड़ने की शक्ति बढ़ाने में मददगार साबित होता हैं, जिसे विशेषज्ञ भी मानते हैं। अगर आप नियमित रूप से आंवले का सेवन करते हैं तो इससे शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद मिलती हैं। साथ ही इम्यूनिटी मजबूत होने से बिमारियों के होने की संभावना कम हो जाती है।

4- सर्दियों में आंवले का सेवन कैसे करें?
सर्दियों के दिनों में आप आंवले का सेवन कई तरीकों से कर सकते हैं। आप चाहें तो सीधे फल खा सकते हैं या फिर इसका जूस पी सकते हैं। सर्दियों में अधिकांश लोग इम्यूनिटी और शरीर की ताकत बढ़ाने के लिए च्यवनप्राश का सेवन करते हैं। च्यवनप्राश का मुख्य घटक भी आंवला ही होता है, इसलिए अगर आपको आंवले के फल या जूस का स्वाद पसंद नहीं है तो च्यवनप्राश के रूप में इसका सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा बाज़ार में मिलने वाले आंवले के चूर्ण, कैंडी , कैप्सूल और मुरब्बे का भी उपयोग किया जा सकता है।

5- सर्दियों में आंवले का जूस कब पीना चाहिए?
आयुर्वेदिक चिकित्सकों का मानना है कि सर्दियों के दिनों में हर उम्र के लोगों को नियमित आंवले के जूस का सेवन करना चाहिए। इसके नियमित सेवन से पेट के रोग दूर होते हैं और शरीर स्वस्थ रहता है। रोजाना सुबह नाश्ते से पहले आंवले का जूस पीना ज्यादा फायदेमंद होता है।

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